
जफराबाद, जौनपुर: डाला छठ पर्व पर जफराबाद में प्रातः गोमती के किनारे का अद्भुत दृश्य बहुत ही सुंदर रहा। 4:00 बजे भोर से ही लगभग दो-तीन दर्जन गांवो से स्त्री, पुरुष, बच्चे सभी लोगों का आना शुरू हो गया था। अपना-अपना डाला सर पर रखे हुए महिलाएं, बच्चों, के साथ गीत गाते हुए चल रही थी। प्रातः 6:00 बजे तक यह संख्या लगभग 10000 हो गई थी। स्नानार्थी महिलाएं एक तरफ नदी में डुबकी लगा रही थी और दूसरी ओर अपनी छोटी-छोटी नाव को लेकर के कोई हादसा न हो इसके लिए नाविक और गोताखोर नदी के बीच में चल रहे थे। सावधानी पूरी तरह से बढ़ती जा रही थी। एक तरफ डीजे पर छठ पर्व पर विशेष रूप से गाया गया शारदा सिन्हा का गीत प्रसारित हो रहा था। दूसरी तरफ थानाध्यक्ष जफराबाद द्वारा पर्याप्त संख्या में शादी वर्दी और पुलिस वर्दी में भी पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की गई थी। गोमती नदी के दोनों किनारो पर जफराबाद नगर पंचायत की ओर से सरफराज खान द्वारा प्रकाश एवम् स्वच्छता की उत्तम व्यवस्था की गई थी।

उत्तरी किनारे का मंच कलंदरपुर के लोगों द्वारा बनाया गया था और दक्षिणी किनारे का नगर पंचायत जफराबाद द्वारा बनाया गया था। लोग कार्यक्रम का माइक से संचालन भी कर रहे थे। नगर पालिका परिषद के चेयरमैन प्रतिनिधि के रूप में सरफराज खान और उनके सभी सभासद इस वर्ष पर्व को कामयाब बनाने में जुटे हुए थे। सामाजिक संस्थाओं की ओर से भी प्रसाद वितरण का कार्यक्रम चल रहा था और जफराबाद पुल से मोहम्मदपुर, इमलो, सम्मोपुर, रायपुर, गोसाईपुर, रतीपुर,से सेवई नाला तक आने – जाने के लिए छठ पूजा भक्तों, श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो इसके लिए निशुल्क यातायात की व्यवस्था की गई थी और लोग इसका भरपूर लाभ भी उठा रहे थे। इस वर्ष की व्यवस्था अन्य वर्षो की अपेक्षा काफी अच्छी रही उल्लेखनीय है कि सरफराज खान शुरू से लेकर के अंत तक मंच पर बैठकर पूरी व्यवस्था का संचालन खुद कर रहे थे। जिसकी लोगों ने काफी प्रशंसा की यह हिंदू मुस्लिम एकता की एक मिसाल ही है त्यौहार तो बीत गया किंतु सरफराज की प्रशंसा देहात के लोग अब भी कर रहे हैं।
गौरतलब है कि जिलाधिकारी ने जफराबाद में पूजा स्थल की देखरेख एक दिन पहले करके आवश्यक निर्देश और आदेश संबंधित लोगों को दे दिया था और उन्होंने यह कहा था की भक्तों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए उन्होंने चेयरमैन प्रतिनिधि सरफराज खान से भी इस संबंध में बात किया था।