
तब बल विप्र सदा बरियारा : डॉ अशोक कुमार तिवारी जौनपुर: चाणक्य महासभा के अध्यक्ष डॉ० अशोक कुमार तिवारी ने ब्राह्मणों की वर्तमान स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि ब्राह्मण अपने कर्तव्य पथ से च्युत होने के कारण ही परेशान है। वह ना तो शिक्षा में कम है ना तो धन बल में कम है न तो संख्या बल में ही कम है। फिर भी आज की स्थिति में वह सर्वोच्च होते हुए भी उपेक्षित है। उसे अपने मूल कर्तव्य पर आना होगा।

डॉक्टर अशोक कुमार इलेक्ट्रॉनिक अखबार तीसरी आंख के कार्यालय में चाणक्य महासभा की आपात बैठक को संबोधित कर रहे थे।प्रमुख वक्ता के रूप में पंडित सत्यदेव दुबे ने रामचरितमानस, श्रीमद्भभागवत गीता और अन्य पुराणों के आख्यानों के उदाहरण का सहारा लेते हुए कहा कि ब्राह्मण ने ब्रह्म कर्म को छोड़ दिया है। कोई ब्राह्मण केवल ब्राह्मण कुल में जन्म लेने से ही ब्राह्मण नहीं होता।
पुराणों में कहा गया है कि
जन्मना जायते शुद्र: संस्कारत द्विज उच्यते वेद पाठी भवेत विप्र: ब्रह्म्म् जनाति ब्राह्मण:
इस बैठक में सर्वश्री सभा नारायन चौबे एडवोकेट, पंडित कैलाश नाथ मिश्रा पत्रकार, सुधाकर शुक्ला इंडिया टीवी, मायाराम यादव एवं रवि कान्त ने भाग लिया। बैठक का संचालन श्याम नारायण पांडे (संपादक तीसरी आंख )ने किया।