
जौनपुर जिले के सिंगरामऊ और लाइन बाजार पुलिस स्टेशन में सपा प्रत्याशी और उनके सैकड़ो कार्यकर्ताओं जिसमें पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री भी रहे,के विरुद्ध आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मुकदमा गत 21 अप्रैल रविवार को दर्ज किया गया है। थाना सिंगरामऊ में दर्ज मुकदमे में कहा गया है कि सपा के प्रत्याशी बाबू सिंह कुशवाहा – प्रभारी जन अधिकार पार्टी, सैकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ 50-60 झंडा लगे वाहनों को खड़ा करके नेशनल हाईवे को काफी समय तक जाम किया।

इस भीड़ के चलते लोगों को बड़ी परेशानी हुई और पुलिस से कहा सुनी भी हुई। सिंगरामऊ थाना अध्यक्ष ने बाबू सिंह कुशवाहा समेत तमाम लोगों पर भारतीय दंड विधान की धारा 143, 145, 149, 188,290 और 171एफ के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया है।इसी प्रकार थाना लाइन बाजार में मुकदमा संख्या 205/ 2024 अंतर्गत धारा 143, 145, 149, 188, 290 और 127 का वाद दायर किया गया है।

इसमें भी बाबू सिंह कुशवाहा प्रत्याशी सपा, राकेश मौर्या सपा अध्यक्ष, जगदीश नारायण राय विधायक जफराबाद, तूफानी सरोज विधायक केराकत और पंकज पटेल विधायक मुंगराबादशाहपुर सहित सैकड़ो लोगों पर शामिल है। इनके साथ 33 लोग अन्य भी हैं। बताया गया है वाजिदपुर तिराहा से जैसीज चौराहे तक झंडा लगी हुई 50,60 गाड़ियों को खड़ा करके सड़क जाम कर दिया गया, जिससे आम जनता को काफी परेशानी उठानी पड़ी।

इस मुकदमे के बाद जिलाधिकारी के ईमानदारी की चर्चा करते हुए जौनपुर के लोग कह रहे हैं कि एक ओर विपक्ष के विधायकों पर जो मौके पर नही थे, मुकदमा दर्ज किया गया दूसरी ओर भाजपा प्रत्याशी द्वारा एक बेसिक परिषद के विद्यालय में जाकर छात्रों से भोजपुरी अंदाज में कहा गया कि अपने घर वालों से कहें कि वह मोदी को ही वोट दें यह खबर 3 अप्रैल को वायरल भी हुई किंतु आश्चर्य यह है कि डीएम को कुछ नहीं पता चला।

न तो आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के अनुसार कार्यवाही ही की गई। यह आम चर्चा है कि जिलाधिकारी सत्ता के दबाव में बुरी तरह जकड़े हुए हैं यह कारण है कि आदर्श आचार संहिता के नाम पर निर्वाचन आयोग की नियमों की धज्जियां उड़ाई आ रही हैं।