जौनपुर : पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध अनेक महाविद्यालयों में सत्र 2025-26 के लिए बी.ए. प्रथम वर्ष में छात्रों के नामांकन की संख्या में चिंताजनक गिरावट दर्ज की गई है। अधिकांश महाविद्यालयों में अब तक मात्र 10 से 15 छात्रों का ही नामांकन हो पाया है, जो कि पिछले वर्षों की अपेक्षा अत्यंत कम है।
इस संकट का सबसे बड़ा कारण यह है कि बी.ए. छठे सेमेस्टर (अंतिम वर्ष) की परीक्षा दे चुके छात्रों का परीक्षा परिणाम विश्वविद्यालय द्वारा अब तक पूर्ण रूप से जारी नहीं किया गया है। परीक्षा परिणाम फेल स्थिति में दर्शाया जा रहा है, जिससे हजारों छात्र-छात्राएँ असमंजस में हैं।
हालाँकि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा एक हेल्पलाइन नंबर तथा व्हाट्सएप नंबर जारी किया गया है, तथापि अधिकांश छात्रों की समस्याओं का समाधान नहीं हो सका है। कई विद्यार्थियों ने परिणाम संबंधी शिकायतें कीं, परंतु उन्हें अब तक संतोषजनक उत्तर नहीं मिल पाया है।
जो विद्यार्थी अन्य विश्वविद्यालयों या संस्थानों में प्रवेश लेना चाहते हैं, उन्हें वहाँ यह कहकर लौटा दिया जा रहा है कि “आप पूर्ण मार्कशीट प्रस्तुत करें।”
अब ऐसे में छात्र किस प्रकार पूर्ण मार्कशीट प्रस्तुत करें, जब विश्वविद्यालय ने द्वितीय वर्ष (सेमेस्टर 3 एवं 4) का परिणाम ही जारी नहीं किया है? कई विद्यार्थियों के पास प्रथम वर्ष एवं तृतीय वर्ष की मार्कशीट है, परंतु बीच के वर्ष की अनिर्गत मार्कशीट उनके लिए प्रवेश में बाधा बन गई है।
