विश्व मधुमेह दिवस पर पीयू में नि:शुल्क स्वास्थ्य कैंप का आयोजन
जौनपुर। विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर में नि:शुल्क स्वास्थ्य कैंप एवं डायबिटीज जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
निःशुल्क कैंप शिविर में विशिष्ट व्याख्यान में डॉ. रविशंकर सिंह ने कहा कि भारत आज दुनिया का डायबिटीज कैपिटल बनता जा रहा है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि हम उपचार को महत्व देते हैं, लेकिन बीमारी की स्क्रीनिंग पर ध्यान नहीं देते। आमतौर पर लोग तब डॉक्टर के पास जाते हैं जब बीमारी बढ़ जाती है, जबकि सच्चाई यह है कि समय रहते की गई जांच कई गंभीर परिस्थितियों को रोक सकती है।शुगर की स्क्रीनिंग टेस्ट सबसे सरल और प्रभावी तरीकों में से एक है, लेकिन देश में इसके प्रति जागरूकता अभी भी बहुत कम है। इसी जागरूकता को बढ़ाने के लिए ऐसे स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन बेहद आवश्यक है। इस कैंप का उद्देश्य भी यही है—लोगों को यह पता चल सके कि उनमें शुगर है या नहीं, ताकि समय पर इलाज शुरू किया जा सके। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि हमें अपने स्वास्थ्य के प्रति सदा सचेत रहना चाहिए। अनियमित दिनचर्या और खान पान में नियंत्रण करना बहुत आवश्यक है।
चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर अजय प्रताप सिंह, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर प्रमोद यादव ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम के सहयोगी श्री पैथोलॉजी एंड डायग्नोस्टिक सेंटर के मैनेजर प्रांजल सिंह ने बताया कि शिविर का उद्देश्य लोगों में मधुमेह के प्रति जागरूकता बढ़ाना और प्रारंभिक जांच के माध्यम से रोग की रोकथाम करना है।
शिविर का संचालन और डॉ. पुनीत सिंह द्वारा किया गया। इस कैंप में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं, विश्वविद्यालय कर्मियों और स्थानीय नागरिकों ने स्वास्थ्य परीक्षण कराकर लाभ उठाया।
इस अवसर पर डॉक्टर दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ सुनील कुमार, डॉ श्याम कन्हैया, डॉ. जान्हवी श्रीवास्तव, डॉ अनू त्यागी, डॉ शशिकांत, जय सिंह आदि शिक्षक उपस्थित थे।
