जौनपुर। केराकत थाना क्षेत्र के खर्गसेनपुर गांव में बुधवार की सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब एक पिता द्वारा अपनी डेढ़ की जिंदा बच्ची को नदी में फेंकने की खबर गांव में फैल गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी पिता को हिरासत में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी।
केराकत पुलिस को सूचना मिली कि खर्गसेंनपुर निवासी अशोक विश्वकर्मा ने अपनी डेढ़ साल की बेटी रुतबी को नदी में फेंक दिया है। सूचना पर क्षेत्राधिकारी अजीत रजक, कोतवाली प्रभारी दीपेंद्र सिंह सहित पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई।

मां संजू विश्वकर्मा ने आरोप लगाया कि अशोक सुबह करीब सात बजे रुतबी को घुमाने के बहाने घर से निकला था। काफी देर बाद बड़ी बेटी आकांक्षा ने फोन कर घर आने को कहा तो उसने थोड़ी देर में आने की बात कही। इसी बीच गांव के एक व्यक्ति ने बताया कि अशोक नदी के किनारे बच्ची के साथ देखा गया है। परिवार को शक होने लगा क्योंकि घर में तीसरी बेटी को लेकर पहले से विवाद चल रहा था। पत्नी का कहना है कि अशोक को बेटा चाहिए था और इसी को लेकर आए दिन तनाव रहता था।
जानकारी मिलते ही पुलिस ने अशोक को मौके पर ही हिरासत में ले लिया। नदी में गोताखोरों और नाव की मदद से बच्ची की तलाश शुरू कर दी गई, लेकिन खबर लिखे जाने तक रुतबी का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। लापता रुतबी तीन बहनों में सबसे छोटी थी। उससे बड़ी बहनें आकांक्षा और शिष्टि तथा मां संजू का रो-रोकर बुरा हाल है। कोतवाली प्रभारी दीपेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपी पिता से पूछताछ जारी है।
