
एआरटीओ कार्यालय में एक रजिस्ट्रेशन बाबू है गणेश दक्ष मिश्रा। ये सज्जन जौनपुर एआरटीओ से भी ऊपर हैं, इन्हीं के पटल से ड्राइविंग लाइसेंस, हर प्रकार की गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन आदि होता है। यह पटल लाखों की कमाई के लिए जाना जाता है। यहां तैनाती के लिए बहुत शक्तिशाली लोगों से का सोर्स लगवाया जाता है। इसीलिए इनका रसूख काफी ऊंचा है। इनकी स्कॉर्पियो गाड़ी का नंबर है यूपी 32 GD 20 जिस पर शासन का लोगो भी बीच में लगा हुआ है जो नियम के अनुसार आपत्तिजनक है।

उत्तर प्रदेश शासन का लोगो केवल उच्च प्रशासनिक अधिकारियों व मंत्रियों की गाड़ी पर ही लगा होना चाहिए। गाड़ी नंबर चार संख्या में होना चाहिए जबकि इनकी स्कॉर्पियो गाड़ी की संख्या 2 ही अंक में है। इस गाड़ी के विरुद्ध तत्काल प्रभाव से एआरटीओ को सीजर की कार्यवाही करनी चाहिए तथा पुलिस को भारतीय दंड संहिता के अनुसार इनके विरुद्ध प्राथमिक दर्ज करनी चाहिए किंतु इन्हें ना तो किसी का भय है ना तो कोई चिंता, क्योंकि परिवहन अधिकारी, जिला अधिकारी,पुलिस अधीक्षक से लेकर सभी बड़े अधिकारी और परिवहन मंत्री तक यहां से बड़ी ईमानदारी से जुड़े रहते हैं तो ऐसे बाबू का हौसला बुलंद होना ही चाहिए।