
जौनपुर : इस समय भ्रष्टाचारियों और आतंकवादियों के लिए भारतीय संविधान के अनुरूप दण्ड दिलाना बड़़ा मुश्किल हो रहा है क्योंकि इन अपराधियों के पक्ष में पूरा ईडी गठबंधन, उच्चतम न्यायालय के महंगे एवं काबिल वकील और भ्रष्टतम राजनेता खड़े है। इन संगठनों के पास इतना पैसा व पाॅवर है कि उच्चतम न्यायालय की अदालत कभी भी खुल जाती है चाहे व दिन हो या रात। उच्च स्तरीय शराब माफिया को संरक्षण देने वाले जेल में बन्द दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को निर्वाचन में प्रचार के लिए जमानत दे दी गई।यह दुनिया के इतिहास में अनोखा निर्णय है। इंजीनियर राशिद जैसा बंदी , जो जिसने कश्मीर में सैकड़ों लोगों की हत्याओं का आरोपी पाया गया है, एयरफोर्स के बड़े अफसर की हत्या में तो पूरा-पूरा हाथ है उसे चुनाव लड़ने के लिए माननीय बना दिया है यद्यपि वह अभी जेल में है सुप्रीम कोर्ट उसको भी प्रचार प्रसार के लिए जमानत दे दी गई।
ईडी गठबंधन की तो भ्रष्ट माफियाओं से दोस्ती जगजाहिर है। सभी लोगों ने अतिक अहमद नाम के एक माफिया के यहां मुख्यमंत्री मुलायम सिंह को कुत्ते से हाथ मिलाते हुए देखा होगा, क्योंकि वह मुख्यमंत्री को इस काबिल नहीं समझा कि वह उस माफिया से हाथ मिला सके। यद्यपि कश्मीर की स्थिति बहुत सुधरी हुई है किन्तु देश के कई राज्यों जहां विपक्षियों की सरकारें है। वहां समस्त संवैधानिक संस्थाऐं बेबस हो गयी है पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममती बनर्जी को देखा जा सकता है। जब इन परिस्थितियों में सुप्रीम कोर्ट जैसी सर्वाेच्च संस्था ने इन अपराधियों के सम्मुख घुटने टेक दिया है देश की सम्प्रभुता का क्या होगा। इन आतंकवादियों को कौन रोकेगा?