केराकत ब्लॉक के सैकड़ो गांव के तालाब और जलाशय चोलापुर राजबहा द्वारा पानी ने छोड़े जाने के कारण बिल्कुल सूख गए हैं। यहां तक की इस क्षेत्र के पशु और पक्षी भी बिना पानी के दम तोड़ रहे हैं। स्थानीय प्रशासन से जब वहां के लोगों की मांग पर स्थिति की जांच कराई गई तो जिला प्रशासन और सिंचाई विभाग ने शासन को लिखकर के दे दिया कि ब्लॉक के गांव में पानी की ना तो कोई कमी है नहीं आवश्यकता है जबकि यहां बूंद बूंद पानी के लिए भी जानवर, आदमी, पशु, पक्षी सभी तरस रहे हैं। क्षेत्र के बड़े काश्तकार प्रोफेसर राघवेंद्र सिंह ने बताया कि यहां के लोग अपने साधनों से समीप पोखरों को दिन में एक बार भर देते हैं तो क्षेत्र के छुट्टा पशु और पक्षी भी आकर के थोड़ी ही देर में सब पानी पी जाते हैं।यह रोज की स्थिति है इसलिए शासन द्वारा इस पर विचार किए जाने की महती आवश्यकता है। यहीं बगल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का क्षेत्र वाराणसी है यहां पानी की कटाई कोई कमी नहीं है फिर भी नहरो द्वारा वहां हमेशा जलाशयों को भरा जाता हैं यह एक तो जौनपुर जिला है और दूसरे उपेक्षित अनुसूचित संसदीय क्षेत्र है संभवत है इसीलिए इस जनपद और इस क्षेत्र की इतनी भयंकर उपेक्षा हो रही है केराकत के गावों के सारे जलाशयों की प्रतिदिन अगर आपूर्ति नहीं की गई तो यहां के पशु पक्षी और इंसान के सामने पेय जल का महान संकट आ जाएगा ।
यह कहावत चरितार्थ हो रही है कि – बिन पानी सब सून।
प्रोफेसर – डॉक्टर राघवेंद्र सिंह