जौनपुर – सिकरारा थाने के गांव भुआकला की एक दर्दनाक घटना जिसमें दिनांक 24 मार्च 2024 को एक बुजुर्ग महिला तारा देवी को उनके ही सगे देवर देवरानी और भतीजे क्रमशः राजनाथ, साधना और अमन ने लाठी, डंडा और सरिया से मार-मार कर बुरी तरह घायल कर दिया । तारा को मरणासन्न स्थिति में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तारा को जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय के चिकित्सा विभाग में भेज दिया। चिकित्सा चलती रही किंतु 5 अप्रैल 2024 को तारा ने बीएचयू के ट्रामा सेंटर में ही दम तोड़ दिया। केवल राजनाथ की गिरफ्तारी हुई और उन्हें इलाहाबाद उच्च न्यायालय से जमानत भी मिल गई। अमन और साधना आज भी पुलिस की पहुंच से बाहर है। तारा के पतिदेव देवी प्रसाद आज भी सिकरारा पुलिस स्टेशन, पुलिस अधीक्षक कार्यालय, जिला मजिस्ट्रेट और दीवानी न्यायालय का लगातार चक्कर लगा रहे हैं और साथ-साथ वर्तमान व्यवस्था को कोश भी रहे हैं। सवाल यह है क्या तारा के हत्यारे को इस व्यवस्था में दंड मिलेगा?
कब्रिस्तान के पास शिवलिंग टूटा हुआ होने की बात निकली झूठी
Shareजौनपुर: थाना कोतवाली क्षेत्र के मुल्ला टोला मोहल्ले के कब्रिस्तान के करीब क्षतिग्रस्त शिवलिंग मिलने की तस्वीर वायरल कर भ्रामक खबर फैलाई गई है। इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर…