स्व.चन्द्रेश मिश्र पीठ
जौनपुर विभिन्न विचारधाराओं का संगम है। जैसे गङ्गा यमुना सरस्वती का मिलन तीर्थराज प्रयागराज में होता है वैसे ही स्वर्गीय चन्द्रेश मिश्र पीठ पर विभिन्न विचारधाराओं के विद्वानों का संगम होता है जिसमें ज्ञान का आदान प्रदान होता है।इस पीठ की अध्यक्षता वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के पूर्व डीन एवं तिलकधारी महाविद्यालय के विधि विभाग के पूर्व अध्यक्ष पीसी विश्वकर्मा जी करते हैं। रविवार की प्रातःकालीन संगोष्ठी का विषय गाँधी के विचारों की प्रासंगिकता रहा।
इस विषय पर पूर्व सदस्य उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग एवं बीएचयू के समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रोफेसर आरएन त्रिपाठी एवं कॉंग्रेस पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष इंद्र भुवन सिंह मुख्य वक्ता रहे। विद्वान वक्ताओं ने गाँधी के विचारों पर विशद प्रकाश डाला। प्रोफेसर आरएन त्रिपाठी ने कहा कि सदियों तक गाँधी के विचार प्रासंगिक रहेंगे।इंद्र भुवन सिंह ने कहा कि गाँधी वह महामानव हैं जिसने विश्व के नेताओं के लिए पथ प्रदर्शन का कार्य किया।पंडित नेहरू,लालबहादुर शास्त्री,सरदार पटेल,नेल्सन मंडेला जैसे हजारों लाखों लोग गाँधी के छत्रछाया में विश्वस्तरीय ख्याति प्राप्त की।संगोष्ठी में पंडित रामकृष्ण त्रिपाठी, पंडित रामदयाल द्विवेदी, पंडित ओमप्रकाश दुबे,प्रभाकर त्रिपाठी, महेंद्र मिश्र,पीसी भारती, डॉक्टर रामजी तिवारी,गौरीशंकर मिश्र,देवी सिंह,रवि श्रीवास्तव आदि ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।