जौनपुर: वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में जितने भी विभाग चलते है उसमे पढ़ने वाले छात्र दहशत में होते है सभी प्रोफेसर प्रायोगिक जिसे सेन्सनल कहा जाता है के नाम पर छात्रों को दबा देते है कोई मुह नहीं खोलता जिसकी खबर कुलपति को नहीं जा पाती है कि कुछ नकेल कसी जाए। इंजीनियरिंग संस्थान की सभी शाखाओं में पहले वर्ष के जो छात्र प्रवेश लेते है उनमे 50% का बैंक पेपर कर देते है वही छात्र जब प्रथम वर्ष पास हो जाता है कभी नहीं बैंक लगता इसमें फिजिक्स, मैथ में विशेष रूप से प्रो० संतोष कुमार, प्रो ० राज कुमार सोनी, डॉ मनीष सिह विशेष है इनसे पूछा जाए 2018 सत्र से 2022 तक कितने छात्रों ने प्रवेश लिया कितने प्रतिशत छात्र पास हुए, कितने प्रतिशत फेल रहे, और कितने का बैक पेपर लगा ज़वाब नहीं दे सकते क्योंकि पढ़ाते नहीं अगर पढ़ाया तो कैसे छात्र का परीक्षा फल खराब रहा क्या कार्यवाही शिक्षको पर किया गया। इसी प्रकार MBA में प्रो० मुराद अली साल में 10% क्लास लेते है और तो छात्रों को फेल जरूर करते है।
सत्र 21-22- 23 में इन्होंने कई छात्र-छात्राओं को बैक लगा दिया विश्वविद्यालय से संबंधित सभी विधायी कमेटी में है, एक छात्र नेता उद्देश्य सिंह जो कि न तो नेट है न ही पीएचडी है उसको MBA में H.O.D की कृपा से गेस्ट प्रोफेसर बना दिया गया। उसकी चयन समिति भी गलत थी कोई बाहरी विशेषज्ञ नहीं था।