जौनपुर: खेत की सिंचाई करना भारी पड़ रहा है दिन में कम से कम आधे दर्जन बार बिजली कट रही है। विशेष रूप से कृषि क्षेत्र में जहां खेतों की सिंचाई करके रवी की फसल, गेहूं की बोआई करना है। यहां पर बड़ा संकट है। रात-रात जाकर के किसान अपने खेतों की सिंचाई करने के लिए मजबूर हैं। एक तरफ अच्छा बीज और खाद की समस्या खड़ी है, दूसरी ओर बिजली ने किसानों को परेशान कर रखा है। प्रशासनिक अधिकारी और नेता अपने में मगन है। यह केवल समाचार पत्रों में अपनी वाह वाही छपवाते हैं और मीडिया वाले लोग भी इनकी चापलूसी करने में व्यस्त रहते हैं।
किसान देहात के लोग बहुत परेशान हैं। ज्यादातर लोग रात में ही सिंचाई करने के लिए मजबूर हो रहे हैं क्योंकि बिजली दिन में बहुत ज्यादा कट रही है। एक तरफ किसानों के सामने मजदूरों की समस्या है चाहे दिन हो या चाहे रात मजदूर काम करने के लिए बिल्कुल तैयार नहीं हो रहे हैं उन्हें मनरेगा द्वारा पैसे की व्यवस्था कर दिया है। सरकार द्वारा मुफ्त में खाद्यान्न वितरण ने खाने का इंतजाम कर दिया है वह कहते हैं कि हमने बाबू लोगों की कई पुश्तों तक सेवा करते आ रहे हैं। अब सरकार ने हमको थोड़ा आराम दिया है तो हम काम नहीं करेंगे, हमको खाने पीने के लिए काफी है।