जौनपुर/ बदलापुर: साहिल सिंह हत्याकांड को लेकर के समाजसेवी अन्ना हजारे के अनुयाई। जज सिंह अन्ना बहुत ही संवेदनशील व्यक्ति है उन्होंने पूरे जनपद में इस घटना के बारे में लोगों को उद्वेलित कर रखा है। साहिल सिंह तो नहीं है हत्यारों ने 14 नवंबर 2024 को उसकी निर्ममता से हत्या कर दी लेकिन उसके बाद जो कुछ पुलिस को करना था जो प्रशासन को करना था वह नहीं हो पाया और लगता है पुलिस और प्रशासन दोनों मूक बना हुआ है।
अन्ना सिंह ने इस संबंध में चेतावनी देते हुए पुलिस और प्रशासन दोनों से मांग किया है कि अब साहिल सिंह की मौत की गवा उसकी मां और उसकी चाचा बची हैं। हत्यारों की निगाह उन पर है वह किसी भी समय उनकी हत्या कर सकते हैं इसलिए जरूरी है की बदलापुर पुलिस उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी उठाएं और व्यवस्था करें। साहिल की मां अब पुत्र विहीन और पति विहीन हो चुकी है उसके भरण पोषण के लिए कोई साधन नहीं है। मुख्यमंत्री से उन्होंने मांग किया है कि वह अपने अहेतुक मद से इस गरीब बेवा की सहायता करें और कम से कम 15 लाख रुपया आर्थिक सहायता के रूप में उसे प्रदान करें। इस समय साहिल की मौत के बाद घर सूना हो गया है। साहिल की बहन और साहिल के बहनोई सब लोग आकर के यही रह रहे हैं लेकिन उनके पास सुरक्षा का कोई खास इंतजाम नहीं है। अन्ना ने पुलिस से यह भी मांग किया है इन लोगों की भी सुरक्षा की जाए।
अन्ना ने एक विचित्र बात बताई है कि इस षड्यंत्र में अज्ञात लुक्कीबाज और चालबाज लोग भी शामिल है। उनका पता लगाया जाए और उनकी रोकथाम के लिए जो भी व्यवस्था हो अच्छी तरह किया जाए। जिले के ग्रामीण क्षेत्र के बारे में भी उनका विचित्र अध्ययन है उन्होंने बताया कि जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में गैंगस्टर के रूप में दर्जनों कट्टेबाज टहल रहे हैं। वह नित्य प्रति कोई न कोई घटना करते रहते हैं लेकिन क्षेत्रीय पुलिस स्टेशनों को उसकी खबर होते हुए भी खबर नहीं है। उन्होंने पुलिस पर विश्वास करना बंद कर दिया है। जज सिंह अन्ना ने मांग की है कि इंटेलिजेंस के जरिए इनको चिन्हित किया जाए और इनको कानून के हवाले करके उनके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए क्योंकि सारी घटनाएं जो अपराध से संबंधित है इन्हीं की देखरेख में इन्हीं के जरिए हो रही हैं।
जज सिंह अन्ना एक संवेदनशील व्यक्ति हैं उन्होंने जिले में आपराधिक घटनाएं न हो इसके लिए एक आंदोलन सा छेड़ रखा है तीसरी आंख के जरिए में सभी से आग्रह करता हूं कि सब लोग अन्ना की मदद करें, विशेष रूप से स्वयंसेवी संस्थाएं उनकी मदद करें और उनके साथ अपराधियों के विरुद्ध खड़े हो, ताकि जिले से अपराध का सफाया हो सके।