श्याम नारायण पाण्डेय
जौनपुर के पूर्व कांग्रेस विधायक नदीम जावेद के पूर्व प्रतिनिधि खुर्शीद अनवर खान इन दिनों मृत्यु शैय्या पर पड़े कराह रहे हैं। उनके शरीर मे एक-दो नहीं बल्कि 47 फैक्र्चर हुए हैं। इतनी बड़ी दुस्साहसिक घटना के बाद भी जौनपुर पुलिस केस दर्ज कर खानापूर्ति करते हुए मौन दिख रही है। चर्चा है कि पुलिस राजनैतिक रसूख के आगे पूरी तरह से नतमस्तक है।
विगत 22 नवम्बर को खुर्शीद को लोहे की रॉड से अज्ञात बदमाशों द्वारा बुरी तरह मार पीटकर लहूलुहान कर दिया गया। उनके शरीर मे कुल 47 फ्रैक्चर हैं। घटना के बाद खुर्शीद का आरोप है कि कांग्रेस के पूर्व विधायक नदीम जावेद और उनकी पत्नी आसमां ने गुंडों को भेजकर उन्हें पिटवाया है।
दरअसल, खुर्शीद अपने एक मित्र के साथ घर से बाइक द्वारा खेतासराय के लिए निकले थे। गोरारी में पांच से छह की संख्या में अज्ञात हमलावरों ने उनपर गोली चला दी। आरोप है कि गोली जब मिस हो गयी तो हमलावरों ने लोहे की रॉड से खुर्शीद को बुरी तरह पीटकर लहूलुहान करके सड़क के किनारे नाले में फेंक दिया। किसी तरह खुर्शीद को नाले से निकालकर अस्पताल ले जाया गया था। उनकी हालत गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया था। फिलहाल, बेहतर इलाज के लिए उन्हें जिले के एक निजी हॉस्पिटल (पार्थ हॉस्पिटल) में एडमिट कराया गया है। खुर्शीद का इलाज करने वाले अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ सुभाष सिंह का कहना है कि खुर्शीद की स्थिति बेहद नाजुक है रिकवर होने में काफी समय लगेगा।
घटना के बाद खुर्शीद के पिता फैय्याद अहमद की तहरीर पर खेतासराय थाने में अज्ञात हमलावरों के ख़िलाफ़ भारतीय न्याय संहिता की धारा 191(2), 115(2), 352, 351(3), 117(2) के अंतर्गत केस दर्ज किया गया।
इस समय खुर्शीद की शारिरिक और मानसिक स्थिति अच्छी नहीं है। हालांकि पूंछने पर पूर्व विधायक नदीम जावेद और उनकी पत्नी का नाम ले रहे हैं।
खुर्शीद की बेरहमी से पिटाई और 47 फैक्र्चर होने के बाद पुलिस केस दर्ज कर सिर्फ खानापूर्ति कर रही है। अभी तक इस मामले में पुलिस यह नही पता कर सकी कि खुर्शीद पर हमला करने वाले लोग कौन थे और किसके इशारे पर इतनी बुरी तरह उन्हें पीटकर उनकी जान लेने की कोशिश की। फ़िलहाल, घटना के बाद पत्रकार, समाजसेवी, समेत अन्य शुभचिंतक दुःखी हैं, घायल खुर्शीद अनवर खान को अस्पताल में देखने पहुंच रहे हैं।
अंडरवर्ल्ड से भी मिली थी धमकी :
बता दें कि इसके पहले खुर्शीद अनवर खान ने पूर्व विधायक नदीम जावेद और उनके गुर्गो के खिलाफ मारपीट और लूट का मुकदमा दर्ज कराया था। विधायक के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद लखनऊ और दुबई से अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम के गुर्गों द्वारा केस वापस लेने की धमकी दी गयी थी। हालांकि, इसके बाद खुर्शीद ने कॉल डिटेल्स और अन्य साक्ष्यों के साथ पुलिस अधीक्षक डॉ अजय पाल शर्मा से मिलकर अपनी जान-माल की सुरक्षा की गुहार लगाई थी। इसके बाद पुलिस ने नदीम जावेद समेत धमकी देने वाले अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया था। लेकिन खुर्शीद की सुरक्षा के बारे में पुलिस ने कुछ करना उचित नही समझा। फ़िलहाल, जौनपुर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग रहे हैं। पुलिस अगर धमकी वाले मामले को गंभीरता से ली होती तो शायद खुर्शीद आज मृत्यु शैया पर नहीं होते।