
उत्तर प्रदेश के जौनपुर में बीएचयू की छात्रा डिजिटल अरेस्ट का शिकार हुई है। जालसाज ने खुद को आईपीएस अधिकारी बताकर फोन पर धमकाकर पंद्रह हजार रु खाते में जमा करा लिए। और पैसे न भेजने पर जब जालसाज ने अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी दी तब जाकर छात्रा ने परिजनों से आप बीती बताई। हालांकि पिता की तहरीर पर साइबर पुलिस छानबीन में जुट गई है।
दरअसल, जौनपुर जिले के जलालपुर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी छात्रा वाराणसी में रहकर काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से बीएससी फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रही है। आरोप है कि जालसाज ने फोन करके खुद को आईपीएस अधिकारी बताते हुए छात्रा को डिजिटल अरेस्ट करके उससे चार बार कुल पंद्रह हजार रुपए वसूल लिए।
IPS अधिकारी बनकर दी धमकी :
छात्रा को डिजिटल अरेस्ट करने वाले जालसाज ने खुद को आईपीएस अधिकारी बताया। जालसाज ने छात्रा से बोला कि उसके पास छात्रा के कई अश्लील वीडियो फोटो हैं। इसलिए वह उसे गिरफ्तार करेगा। कई अलग – अलग नंबरों से उसने छात्रा को फोन कर पैसे की डिमांड की, पैसे न भेजने पर छात्रा की अश्लील फोटो- विडियो भेजने के साथ ही उसे जान से मारने की धमकी भी दी। इतना ही नहीं जालसाज ने यह भी बोला कि वह छात्रा के पिता को भी गिरफ्तार कर जेल भेज देगा। जालसाज के डर से छात्रा ने अपनी सहेली और घरवालों से बिना बताए पैसे लेकर उसे गूगल पे के माध्यम से चार बार में कुल पंद्रह हजार रु भेजे। इसके बाद भी जालसाज़ ने छात्रा का उत्पीड़न बंद नहीं किया, वह छात्रा से और पैसे भेजने के लिए जब दबाव बनाने लगा, जब छात्रा पैसों की व्यवस्था नहीं कर सकी तो थक हारकर उसने परिजनों से आप बीती बताई। जिसे सुनकर परिजन दंग रह गए।
पिता ने साइबर थाने में की शिकायत :
हालांकि, बेटी के साथ हुए डिजिटल अरेस्ट की घटना के बाद पिता ने अधिवक्ता के माध्यम से आरोपी जालसाज के खिलाफ साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराया है। पुलिस शिकायत के आधार पर मामले की छानबीन में जुट गई है।
डिजिटल अरेस्ट के जरिए आजकल जालसाज़ सीधे साधे लोगों को आए दिन अपना शिकार बनाकर अवैध तरीके से धन उगाही कर रहे है। किसी भी अज्ञात फोन काल पर खुद को आईएएस, आईपीएस या सीबीआई का अधिकारी बताकर डराने और पैसे मांगने वालों से सतर्क रहने की जरूरत है।