
कुंवर वीरेंद्र प्रताप सिंह
जौनपुर: सहकारिता ही जीवन का आधार है। सहकारिता का आशय है परस्पर सहयोगी भावना से कार्य का संचालन करना।
कार्य चाहे कृषि, घरेलू उद्योग, व्यापार, पशुपालन आदि जैसा भी हो सहकारिता द्वारा सरलता से सम्पन्न ही नहीं होता बल्कि उत्तरोत्तर प्रगति की ऊंचाइयों पर चला जाता है। लोकतांत्रिक व्यवस्था वाले देश में समाज को प्रगतिशील बनाने का प्रमुख आधार सहकारिता ही है।
यह विचार, सहकारिता आंदोलन से लगभग 5 दशक से गहराई से जुड़े नेता कुंवर वीरेंद्र प्रताप सिंह ने व्यक्त किया। आप इलेक्ट्रॉनिक माध्यम तीसरी आंख के कार्यालय में अपना विचार व्यक्त कर रहे थे। सम्प्रति आप जिला सहकारी बैंक जौनपुर के चेयरमैन हैं साथ ही तमाम जनकल्याणकारी संस्थाओं से जुड़े हैं।
आप का मानना है कि यदि साधन सहकारी समितियां के माध्यम से कृषि तथा कुटीर उद्योगों को सबल बनाया जाए तो उत्पादन ही नहीं, लोगो के जीवन में क्रांति लायी जा सकती है।
यह इतने लोकप्रिय है कि अस्वास्थ होने के वावजूद भी आप के यहां लोगो का ताता लगा रहता हैं।
