
कभी डीएफओ, कभी रेन्जर तो कभी वन दरोगा बन कर करता है वसूली
जौनपुर: केराकत वन रेंज में वाचर पद पर तैनात कुंअर सिंह की बेलगामी और बोल बिगड़ने की शिकायतें निरंन्तर मिलती आ रही हैं वह कभी वन दरोगा कभी डीएफओ तो कभी रेंजर बनकर लकड़ी क्षेत्र से जुड़े कारोबारी को परेशान करता फिरता है और अवैध धन उगाही के चक्कर में किसी की मशीन खुलवाने या किसी को अनावश्यक दंडित करने का जिम्मा लेता रहता है जिससे लकड़ी के कारो बारियों में घोर असंतोष पनपने लगा है बता दे की पूर्व से ही बदनामी का दंश झेल रहा प्रभागीय निदेशक सामाजिक वन प्रभाग जौनपुर के अंतर्गत केराकत रेंज के दिलीप मिश्रा को लेकर चर्चाओं का बाजार काफी गर्म रहा काफी लिखा पढी और शिकायत के उपरांत उनके स्तर से कुछ राहत व्यापारियों को दी गई लेकिन वर्तमान समय में कुंवर सिंह की धौस से लकड़ी कारोबारियों में अफरा तफरी मची हुई है वह कभी बन दरोगा तो कभी रेंजर तो कभी प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी के नाम पर व्यापारियों से अनुचित तरीके से धनउगाही करने में संलिप्त पाया गया है नाम न छापने की शर्त पर एक पुराने बुजुर्ग लकड़ी व्यवसायी ने इस संवाददाता को बताया कि वह बाकायदे पैसे की वसूली धौंस जमाकर करता है और संतुष्टि ना मिलने पर मार पीट पर भी आमादा हो जाता है और व्यापारियों का कटाई संयंत्र जबरिया उठाकर चला जाता है।
बाद में मारने पीटने की धमकी देते हुए सौदेबाजी करता है जिससे प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी वन प्रभाग जौनपुर की गरिमा निरंतर प्रभावित हो रही है और लोग त्राहि त्राहि कर चिल्लाते नजर आ रहे हैं लेकिन कुंवर सिंह की मनमानी ऐसी है कि थमने का नाम ही नहीं ले रही है हमारे संवाददाता ने पड़ताल करने पर पाया की संविदा पर तैनात कुंवर सिंह वन विभाग के अपने ही क्षेत्र में नहीं और क्षेत्रों में अपना दब दबा कायम करने के लिए अनुचित तरीके से वसूली करता पाया गया जबकि उसकी तैनाती केराकत रेंज में है और वह दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी है। जनहित में जिलाधिकारी एवं प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी वन प्रभाग जौनपुर का ध्यान इस कर्मचारी की तरफ आकर्षित किया जाना आवश्यक है ।