
जौनपुर जनपद के वरिष्ठ पत्रकार डॉ कुंवर यशवंत सिंह नहीं रहे । आप पिछले लगभग 40 वर्ष से पत्रकारिता से जुड़े रहे। आपका जन्म शाहगंज तहसील के पोंरई कला गांव में हुआ, शिक्षा- दीक्षा के पश्चात आप कुछ दिन तक चिकित्सक के रूप में जाने गए। फिर इन्होंने अपने को जनपद की पत्रकारिता से जोड़ लिया यह मशहूर हुए।
अपराध कहानियों के पत्रकार के रूप आप इलाहाबाद और दिल्ली से प्रकाशित पत्रिकाओं जैसे सच्ची कहानी, नूतन कहानी, मनोहर कहानियां, गुरु जासूस आदि में छपने लगे। जिले के समाचार पत्रों में आपका संबंध तत्कालीन साप्ताहिक सनराइज और वहीं से प्रकाशित होने वाला दैनिक मान्यवर से सक्रिय रूप से रहा। आप अंत तक जिले के दैनिक तरुण मित्र से जुड़े रहे। संगठनों में आप श्रमजीवी पत्रकार यूनियन नामक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय संगठन से शुरू से जुड़े रहे। देश स्तर पर कोई भी बड़ी समस्या के विरोध में जब पत्रकार आंदोलन हुए तो उस आंदोलन में जिन एक दर्जन लोगों ने भाग लिया उसमें एक जसवंत सिंह भी रहते थे।
जसवंत सिंह अपनी संवाद, लेखन की कला को कहानी का रूप दे देते थे जिससे वह रुचि लेकर लोगों में पढ़ी जाती रही। आपने राज डिग्री कॉलेज से पत्रकारिता में पीजी डिप्लोमा भी किया। जनपद मुख्यालय पर आप का जिन मुख्य पत्रकारों से संबंध था उसने मुख्यतः प्रोफेसर एसपी चंद्र, कैलाश नाथ मिश्रा, श्याम नारायण पांडेय, अनिल कुमार पांडे, मोहम्मद शकील, कैलाश नाथ (तरुण मित्र), महेंद्र प्रताप सिंह (सिंह स्टूडियो), ओम प्रकाश सिंह (दैनिक जागरण), शशि मोहन सिंह क्षेम, वर्तमान अध्यक्ष उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन विजय प्रकाश मिश्रा, तरुण मित्र के वर्तमान स्थानीय संपादक आदर्श कुमार, साहित्यकार एवं पत्रकार डॉ ब्रजेश यदुवंशी आदि लोगों से आपका अच्छा संबंध रहा। आप एक जीवंत और हंसमुख इंसान थे जिसकी हर वर्ग में अच्छी पैठ थी। 10 वर्षों तक आप शाहगंज जिसे सोंधी ब्लॉक कहा जाता है उप प्रमुख भी रहे हैं।
आज वह नहीं है लेकिन पत्रकारिता जगत में लोग उन्हें याद कर रहे हैं श्रद्धांजलि गोष्ठियां हो रही हैं। उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के बैनर तले पत्रकार भवन में एक बड़ी शोक सभा आयोजित की गई थी जिसकी अध्यक्षता विजय प्रकाश मिश्रा ने किया। इसमें अधिसंख्य चैनल और समाचार पत्रों से लोगों ने यशवंत सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित किया।