
आयुष श्रीवास्तव आईपीएस
जौनपुर। अपर पुलिस अधीक्ष नगर आयुष श्रीवास्तव ने कहा है कि यदि आम जनता और पुलिस के मध्य परस्पर सौहार्द कायम रहे और मैत्री भाव अच्छा हो तो यह शांति व्यवस्था के लिए बहुत ही अच्छा होगा।
आप अपने कार्यालय में कुछ वरिष्ठ पत्रकारों से वार्ता के दौरान अपना विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आम जनता को यह भरोसा हो जाए कि पुलिस हमारी शुभचिंतक है तो निश्चय ही यह बहुत अच्छी बात होगी। आपने कहा कि प्रायः देखा जाता है कि देहात क्षेत्रों में आबादी जगह- जमीन और कृषि क्षेत्र के मामलों में अवैध कब्जा दखल को लेकर कभी-कभी मारपीट हो जाया करती है। और कभी-कभी राजस्व के छोटे-छोटे मामलों में भी कत्ल तक की नौबत आ जाती है। इन्हें निपटने के लिए राजस्व विभागीय अधिकारियों का सहयोग आवश्यक होता है। इसमें पुलिस अकेले कुछ नहीं कर सकती जब तक शांति व्यवस्था भंग होने की स्थिति ना आ जाए। जब कोई व्यक्ति अनुचित तरीके से जबरदस्ती करके दूसरे पक्ष को हिंसात्मक व्यवहार से परेशान करता है तब पुलिस उसके साथ भी शक्ति करती है और उन्हें उचित कार्यवाही करते हुए विवेचना के साथ न्यायालय में प्रस्तुत करती है।
आपने कहा कि पुलिस का जितना अच्छा व्यवहार जनता के साथ होगा शांति व्यवस्था उतनी ही अच्छी होगी। अंत में आपने फिर दोहराया कि पुलिस का जनता के साथ कृष्ण और सुदामा जैसा व्यवहार तथा मैत्री भाव होना चाहिए।