
श्याम नारायण पाण्डेय, जौनपुर
श्रीमद् भागवत गीता में भगवान श्री कृष्ण ने यह उद्घोष किया है कि जब-जब धर्म की हानि होती है, अधर्म बढ़ता है, तब तक मैं किसी न किसी रूप में दुष्टों का संघार करके मानवता की पुनः स्थापना करता हूं। पौराणिक आख्यानों के अनुसार आगामी अवतार की पृष्ठभूमि संभल (उत्तर प्रदेश)में तैयार हो रही है, स्थान तो नियत नहीं है किंतु यह संभल के आसपास ही निश्चित है।

अयोध्या में भगवान श्री राम के जन्म भूमि स्थल पर मंदिर निर्माण में 500 वर्षों से ज्यादा समय लगा। बड़े-बड़े आंदोलन हुए हजारों लोगों ने अपनी प्राणाहुति दी रथ यात्रा निकाली भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार किया गया। फिर प्रकरण अंततोगत्वा सर्वोच्च न्यायालय में गया। सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय से राम मंदिर का निर्माण और पुनः मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई।
किंतु यह संभल प्रकरण तो स्वत:स्फूर्त जैसा लगता है। आज जो जामा मस्जिद दिखलाई पड़ रही है वह शिव मंदिर था जिसे मुस्लिम आक्रांताओं द्वारा तोड़कर मस्जिद बना दी गई थी। और नाम दिया था जमा मस्जिद। सैकड़ो वर्ष बाद इस क्षेत्र के कुछ हिंदुओं ने न्यायालय में यह आवेदन किया कि यह मंदिर है। इसकी जांच की जाए तदउपरांत न्यायालय ने यह आदेश दिया कि इसकी जांच हेतु सर्वे किया जाय। और उचित कार्यवाही की जाय, न्यायालय द्वारा इसके सर्वेक्षण का आदेश देकर यह कहा गया कि प्रशासन कड़ी सुरक्षा में उत्तम व्यवस्था के बीच इस भवन का सर्वेक्षण कराए सर्वेक्षण के समय मुसलमानो द्वारा भयंकर उपद्रव किया गया। जिसमें पुलिस कर्मियों के ऊपर पत्थर बाजी और बाद में गोलीबारी भी की गई। दर्जन भर पुलिसकर्मी घायल हुये और गोली भी लगी थी जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई थी।

घटनास्थल पर मात्र सर्वेक्षण का आवेदन करने वाले चंद्रलोग, पुलिसकर्मी और प्रशाशन के लोग थे, फोरेंसिक जांच से पता चला कि पुलिस की गोली चली ही नहीं थी। और जो कारतूस के खोखे मिले उसमें पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री का नाम लिखा हुआ था।
इसमें अंतरराष्ट्रीय साजिश की गंध आने पर प्रशासन सख्त हो गया जांच कर प्राथमिकी दर्ज कराई गई गहराई से की गई पड़ताल में स्थानीय सांसद व विधायक का हाथ बताया गया। जांच के उपरांत यह पाया गया कि कई मंदिरों और कुएं के बंद किए जाने की स्थिति सामने आई। उसे यथावत स्थिति में लाया गया। हिंदू आबादी के अनुपात में मुसलिमो की संख्या ज्यादा देखकर एक पुलिस चौकी बनाने की सिफारिश की गई और प्रदेश शासन ने पुलिस चौकी का निर्माण करा भी दिया। बात जब मुस्लिम वोट की आई तो इस प्रकरण में उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे देश के राजनीतिक दल कूद गए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी संभल की सीमा पर जा धामके। विवादित स्थल पर उन्हें जाने नहीं दिया गया किंतु समाचार पत्रों और मीडिया में उन्हें सुर्खियां मिल गई।
राहुल गांधी का हिंदू और सनातन विरोधी चरित्र जग जाहिर है यह हिंदुओं का प्रबल विरोध करते-करते राष्ट्र का विरोध भी करने लगे हैं। इन्होंने नेता प्रतिपक्ष के रूप में लोकसभा में दिए गए पहले बयान में ही कहा कि हिंदू ही हिंसक होते हैं। इस बात को इन्होंने तीन बार दोहराया जो संसद की कार्यवाही में लिखित रूप में पाया गया है यह सब मुसलमानो के वोट के लिए किया जा रहा है।
इसके बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कब चुकने वाले थे। उन्होंने उत्तर प्रदेश में जंगल राज होने का बयान देना शुरू कर दिया इसके पूर्व में अखिलेश द्वारा दिया गया नारा तेज हो गया वे समझ रहे हैं। कि मुस्लिम पक्षपात और सनातन विरोध, हिंदुओं के प्रतिको, मंदिरों, त्योहार, परंपराओं आदि का जितना भी विरोध हम करेंगे उतना ही मुसलमान का मत हमारे पक्ष में पक्का हो जाएगा, सपा और कांग्रेस दोनों का एक ही सूत्र है हिंदू और सनातन धर्म का विरोध करना।
हिंदुओं को लोग और भय दिखलाकर जब मुस्लिम आक्रांताओं ने देश में सैकड़ो वर्ष तक राज किया है तो हम भी पिछड़ा वर्ग, दलित वर्ग और अल्पसंख्यक को मिलाकर सत्ता पर अनंत काल तक नियंत्रण क्यों नहीं कर सकते?
संभल प्रकरण से ऐसा लग रहा है कि सनातन संस्कृति को मानने वाले हिंदू जिसमें सभी जातियां शामिल हैं एकजुट दिखलाई पड़ रहे हैं लगता है अब वह अतीत से सीख लेकर पुरानी गलती दोहराना नहीं चाहते। यहां कोई जाति व वर्ग नहीं सभी हिंदू मुखर होकर एकजुट दिखलाई दे रहे हैं

महाकुंभ में प्रयागराज की पुण्य भूमि पर आस्था का जो समुद्र लहराता दिखाई दे रहा है वह अपनी सनातन संस्कृति को सर्वोच्च स्थान देते हुए दृष्टि गोचर हो रहा है। यह परिस्थिति बतला रही है कि भगवान कल्कि का अवतरण निकट है और वह संभल के धार – धाम पर ही होगा।